आज हम आपको ऐसे टेस्ट कोर्सेज के बारे में बता रहे हैं जो “सामान्य अध्ययन (General Studies)” के लिए रामवाण हैं | यहाँ रामवाण शब्द का उपयोग इसलिए किया गया है क्योंकि इनका परिणाम प्रत्येक परीक्षा में बहुत ही अच्छा रहा है,  चाहे वह प्रदेश स्तर की परीक्षाएं हों या SSC, Railway हों या संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की | इन टेस्ट कोर्सेज से काफी संख्या में प्रश्न आये हैं (20%-90% तक) और जिन अभ्यर्थियों ने इन टेस्ट कोर्सेज का उपयोग किया है वो परीक्षा में सफल हुए हैं|

युवायण विषयानुसार टेस्ट कोर्स इस तरह बनाये गए हैं कि उनमें सम्पूर्ण पाठ्यक्रम को अध्यायानुसार रखा गया है व प्रत्येक अध्याय से अतिमहत्वपूर्ण प्रश्नों को टेस्ट का रूप दिया गया है | जिसकी बजह से “सामान्य अध्ययन (General Studies)” सेक्शन की सही से तैयारी कर पाना अत्याधिक आसान हुआ है और प्रत्येक टेस्ट आपको और अधिक अच्छे से पढने के लिए प्रेरित करेगा |

 इस लेख के माध्यम से हम आपको अभ्यर्थियों द्वारा होने वाली गलतियाँ व टेस्ट कोर्सेज से कैसे तैयारी करें – के बारे में बताएँगे | तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें |

Yuvayana Subjectwise Test Course in Hindi

भारतीय राजव्यवस्था टेस्ट कोर्स – https://yuvayana.org/test/packages/indian-polity

भारत व विश्व का भूगोल टेस्ट कोर्स – https://yuvayana.org/test/packages/geography

पर्यावरण टेस्ट कोर्स –  https://yuvayana.org/test/packages/evs

विज्ञान टेस्ट कोर्स – https://yuvayana.org/test/packages/science

इतिहास टेस्ट कोर्स – Coming Soon…

अभ्यर्थियों द्वारा होने वाली गलतियाँ

परीक्षा की तैयारी करते समय अभ्यर्थी विभिन्न गलतियाँ करते हैं | जिनमें से कुछ निम्न हैं

1. निरन्तरता की कमी

अधिकतर अभ्यर्थी अध्ययन शुरू करते हैं और बीच बीच में छोड़ देते हैं | जिसकी बजह से उनके द्वारा पहले की हुई मेहनत भी सही परिणाम नहीं दे पाती है | इसलिए यह बेहद जरुरी है कि जब अध्ययन शुरू किया जाये तो उसका एक रोड मैप बनाया जाये और लक्ष्य के साथ पढाई शुरू की जाये तथा हर हाल में लक्ष्य को प्राप्त भी किया जाये |

2. ध्यान की कमी

ध्यान की कमी होने के कारण बहुत से अभ्यर्थी पुस्तक खोल कर या कोचिंग में जाकर तो बैठ जाते हैं परन्तु वह ज्ञान अर्जित नहीं कर पाते | उनका ध्यान इधर उधर की बातों में भटकता रहता है | जिसका सबसे बड़ा कारण सोशल मीडिया का गलत उपयोग है | सोशल मीडिया का एक सही उपयोग भी है कि आप स्टडी ग्रुप्स से जुड़ें परन्तु देखा यह गया है कि अधिकतर अभ्यर्थी सोशल मीडिया पर होने वाली राजनितिक, धार्मिक

आदि बहस में उलझ कर अपना समय बेकार कर देते हैं | इसके लिए जरुरी है कि आप सोशल मीडिया पर कम जाकर अपने ध्यान को केन्द्रित करें और फिर अपनी परीक्षा की तैयारी करें |

3. लक्ष्य निर्धारित न होना

यह भी सबसे बड़े कारणों में है जिसकी बजह से असफलता मिलती है | अभ्यर्थी परीक्षा का लक्ष्य ही निर्धारित नहीं करते और वो जो भी फॉर्म आता है भर देते हैं और उसके हिसाब से अपनी तैयारी को तोड़ मरोड़ देते हैं | इस तरह से करने वाले अभ्यर्थियों में ज्यादातर किसी भी परीक्षा में सफल नहीं हो पाते |

इसके लिए जरुरी है कि आप एक पाठ्यक्रम वर्ग की ही परीक्षाओं की तैयारी करें जिससे आपको सिर्फ निर्धारित पाठ्यक्रम ही पढना पड़े| यदि आप एक लक्ष्य निर्धारित करके ही आगे बढ़ेंगे तो बहुत ही शीघ्र अपने लक्ष्य तक पहुँच जायेंगे |

4. स्वअध्ययन की कमी

यहाँ स्वाध्ययन से तात्पर्य है कि अभ्यर्थी परीक्षा की तैयारी करने से पहले दूसरों की देखा देखी किसी भी परीक्षा के लिए तैयारी करने लगते हैं | वह यह नहीं देखते की उस परीक्षा का पाठ्यक्रम क्या है और वह उसको पूरा कर पाएंगे या नहीं  या फिर उन्हें किस पुस्तक से किस तरह पढना चाहिए या कौन की कोचिंग से जुड़ना चाहिए |

देखा गया है कि बहुत से अभ्यर्थियों को परीक्षाओं का पाठ्यक्रम तक सही से नहीं पता होता और न ही वे गतवर्ष के प्रश्नपत्रों का अध्यन करके परीक्षा पैटर्न की जांच करते हैं | इसलिए सबसे जरुरी है कि जिस परीक्षा की आप तैयारी कर रहे हैं उसके बारे में सही से पूरी जानकारी लें फिर तैयारी आरम्भ करें |

5. ऑनलाइन / कंप्यूटर पर अध्ययन से बचना

यह व आने वाला समय ऑनलाइन / कंप्यूटर युग है | यदि आप ऑनलाइन पढने से बचेंगे तो आप अन्य अभ्यर्थियों से पिछड़ते जायेंगे | इस समय आप बिना घर से निकले या फिर कहीं बाहर, सफ़र आदि में भी अपनी पढाई जारी रख सकते हैं | इसलिए युवायण ने Yuvayana Andorid App, Free Online Practice Test Website, Exam wise Paid Test Series जैसी सुविधायें आपको उपलब्ध करवाई हुई हैं | जिनकी सहायता से आप अपनी परीक्षा की तैयारी कहीं भी कभी भी कर सकते हैं |

टेस्ट कोर्सेज से कैसे तैयारी करें व सफलता प्राप्त करें

अभ्यर्थी सबसे बड़ी गलती यह करते हैं कि वह पुस्तक या कोचिंग से पढ़ते तो हैं लेकिन समय समय पर उस अध्याय से कितना समझ आया उसकी जांच नहीं करते | इसकी सबसे बड़ी बजह यह भी है कि अध्यायानुसार टेस्ट सीरीज भी उपलब्ध नहीं है |

इसीलिए युवायण ने आपकी परीक्षा को और अधिक धार देने के लिए इन टेस्ट कोर्सेज की शुरुआत की थी, जिनका परीक्षा परिणाम अब देखने को मिल रहा है और हमारी वेबसाइट से परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी अन्य अभ्यर्थियों की तुलना में 25-30% अधिक आसानी से सफल हो रहे हैं |

  • सबसे पहले आप अपनी पुस्तक व कोचिंग से अध्याय का अध्ययन करें |
  • इसके लिए आप एक बार पूरा अध्याय पढ़ें |
  • उसके बाद उस अध्याय को दुबारा पढ़ें पर उसमें आये हुए इम्पोर्टेन्ट तथ्यों को चिन्हित करते चलें |
  • फिर एक बार चिन्हित किये गए तथ्यों को दुबारा पढ़ें |
  • अब युवायण वेबसाइट (yuvayana.org/test) पर आकर उस अध्याय का टेस्ट हल करें |
  • टेस्ट समाप्त होने के बाद “My Results” सेक्शन से उस टेस्ट का परिणाम चेक करें |
  • यदि परिणाम 80% से अधिक है तो आप मान सकते हैं कि वह अध्याय अच्छी तरह से आपने पढ़ा है |
  • यदि आपका परीक्षा परिणाम इससे कम है तो आपको दोबारा यह अध्याय पढना चाहिए |

Note: हम प्रत्येक टेस्ट के सही उत्तर व आवश्यकतानुसार उनसे जुडी व्याख्या भी देते हैं | पिछली कई परीक्षाओं में इन व्याख्या से भी काफी प्रश्न पूछे गए हैं तो हमारा आपसे अनुरोध है कि वह व्याख्या अवश्य पढ़ें और याद रखें |

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भारतीय राजव्यवस्था टेस्ट कोर्स – https://yuvayana.org/test/packages/indian-polity

भारत व विश्व का भूगोल टेस्ट कोर्स – https://yuvayana.org/test/packages/geography

पर्यावरण टेस्ट कोर्स –  https://yuvayana.org/test/packages/evs

विज्ञान टेस्ट कोर्स – https://yuvayana.org/test/packages/science

इतिहास टेस्ट कोर्स – Coming Soon…

Note: यह सभी टेस्ट कोर्स जल्द ही अंग्रेजी भाषा में भी उपलब्ध करवाए जायेंगे |

युवायण टेस्ट कोर्सेज से जुड़िये और अपनी तैयारी को एक नयी व सही दिशा दीजिये | 

आशा करते हैं कि यह लेख आपको आपकी परीक्षा की तैयारी करने में सहायता प्रदान करेगा | यदि आपको टेस्ट कोर्सेज से जुड़ने में किसी प्रकार की समस्या हो रही है तो आप हमें 8755077650 पर फोन कॉल या WhatsApp message कर सकते हैं |

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